इन फेक हेल्थ ऐप्स से बचें – आपकी हेल्थ के लिए हो सकते हैं खतरनाक!

Author: Amresh Mishra | Published On: February 25, 2025

परिचय

आज के डिजिटल युग में हेल्थ ऐप्स ने हमारी सेहत का ख्याल रखना बेहद आसान बना दिया है। लोग फिटनेस ट्रैकिंग, डाइट प्लानिंग, मेडिटेशन, और डॉक्टर कंसल्टेशन के लिए इन ऐप्स पर निर्भर होते जा रहे हैं। लेकिन हर ऐप भरोसेमंद नहीं होता। कुछ नकली (फेक) हेल्थ ऐप्स आपकी सेहत और निजी जानकारी के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। ये ऐप्स न केवल गलत मेडिकल जानकारी प्रदान करते हैं, बल्कि आपकी गोपनीयता भी खतरे में डाल सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि फेक हेल्थ ऐप्स से कैसे बचें, इन्हें पहचानने के तरीके और सही हेल्थ ऐप चुनने के महत्वपूर्ण टिप्स।

इन फेक हेल्थ ऐप्स से बचें – आपकी हेल्थ के लिए हो सकते हैं खतरनाक!

फेक हेल्थ ऐप्स क्या होते हैं और क्यों खतरनाक हैं?

फेक हेल्थ ऐप्स वे मोबाइल एप्लिकेशन होते हैं, जो हेल्थकेयर और फिटनेस सेवाओं का दावा तो करते हैं, लेकिन वास्तव में गलत, भ्रामक या असत्यापित जानकारी प्रदान करते हैं। इनका मकसद केवल डेटा चुराना, विज्ञापनों से पैसे कमाना या गलत मेडिकल सलाह देकर लोगों की सेहत को खतरे में डालना होता है।

फेक हेल्थ ऐप्स के खतरों को समझें:

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  • गलत मेडिकल सलाह: कुछ ऐप्स बिना किसी प्रमाणित डॉक्टर की सलाह के दवाइयों की सिफारिश कर देते हैं, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
  • डाटा चोरी: ये ऐप्स आपकी मेडिकल हिस्ट्री, व्यक्तिगत जानकारी और यहां तक कि बैंक डिटेल्स भी चुरा सकते हैं।
  • फर्जी डॉक्टर और टेलीमेडिसिन सेवाएं: कई ऐप्स झूठे डॉक्टरों से कंसल्टेशन का दावा करते हैं, लेकिन वास्तव में उनकी कोई मेडिकल डिग्री नहीं होती।
  • मैलवेयर और वायरस: कुछ फेक ऐप्स आपके फोन में वायरस और स्पाइवेयर इंस्टॉल कर देते हैं, जिससे फोन की सिक्योरिटी खतरे में आ जाती है।
  • भ्रामक फिटनेस और डाइट प्लान: ये ऐप्स बिना किसी वैज्ञानिक प्रमाण के डाइट प्लान और वर्कआउट टिप्स देते हैं, जिससे शरीर को नुकसान हो सकता है।

कैसे पहचानें कि कोई हेल्थ ऐप फेक है?

1. गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर पर सही जानकारी देखें

  • ऐप का डेवलपर कौन है? अगर कोई अनजान डेवलपर है, तो ऐप को इंस्टॉल करने से पहले पूरी जानकारी लें।
  • ऐप को कितने डाउनलोड मिले हैं? बहुत कम डाउनलोड वाला ऐप संदिग्ध हो सकता है।
  • ऐप की रेटिंग और रिव्यू पढ़ें। नकली ऐप्स अक्सर फर्जी रिव्यू का सहारा लेते हैं।

2. परमिशन (अनुमतियां) चेक करें

अगर कोई हेल्थ ऐप आपकी लोकेशन, कांटैक्ट लिस्ट, माइक्रोफोन या कैमरा का एक्सेस मांग रहा है और इसकी जरूरत नहीं है, तो सावधान रहें।

3. ऐप के बारे में गूगल पर रिसर्च करें

  • ऐप का नाम गूगल पर सर्च करें और देखें कि क्या कोई इसे फेक बता रहा है।
  • अगर कोई ऐप हेल्थ मिनिस्ट्री या अन्य मान्यता प्राप्त संस्थाओं द्वारा प्रमाणित है, तो वह सुरक्षित हो सकता है।

4. प्राइवेसी पॉलिसी पढ़ें

अगर ऐप की कोई स्पष्ट प्राइवेसी पॉलिसी नहीं है या उसमें यह नहीं बताया गया कि आपका डेटा कैसे सुरक्षित रखा जाएगा, तो वह ऐप अविश्वसनीय हो सकता है।

भारत में सबसे ज्यादा पाई जाने वाली फेक हेल्थ ऐप्स के उदाहरण

1. फेक मेडिकल कंसल्टेशन ऐप्स

कुछ नकली ऐप्स ऑनलाइन डॉक्टर कंसल्टेशन का दावा करते हैं, लेकिन उनके डॉक्टर असली नहीं होते।

2. वजन घटाने और फिटनेस ट्रैकिंग ऐप्स

ऐसे कई ऐप्स हैं, जो बिना किसी वैज्ञानिक प्रमाण के वजन घटाने के झूठे दावे करते हैं।

3. नकली मेडिकल स्टोर ऐप्स

कुछ ऑनलाइन फार्मेसी ऐप्स नकली दवाइयां बेचते हैं, जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. फेक हेल्थ ऐप्स से कैसे बचें?

फेक हेल्थ ऐप्स से बचने के लिए हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ऐप डाउनलोड करें, परमिशन की जांच करें और ऐप के रिव्यू और डाउनलोड संख्या को ध्यान से देखें।

2. क्या सभी हेल्थ ऐप्स सुरक्षित होते हैं?

नहीं, सभी हेल्थ ऐप्स सुरक्षित नहीं होते। कुछ ऐप्स गलत जानकारी देते हैं या यूजर डेटा चुराने के लिए बनाए जाते हैं।

3. अगर मैं गलती से किसी फेक हेल्थ ऐप का इस्तेमाल कर लूं तो क्या करूं?

अगर आपने किसी फेक हेल्थ ऐप का इस्तेमाल कर लिया है, तो तुरंत उसे अनइंस्टॉल करें और अगर आपने उसमें अपनी कोई संवेदनशील जानकारी दी है, तो पासवर्ड बदल लें और जरूरत पड़ने पर साइबर सेल से संपर्क करें।

4. सबसे सुरक्षित हेल्थ ऐप कौन से हैं?

भारत में Arogya Setu, Practo, 1mg, और Apollo 24|7 जैसे हेल्थ ऐप्स अधिक सुरक्षित माने जाते हैं क्योंकि ये प्रमाणित और लोकप्रिय हैं।

फेक हेल्थ ऐप्स से बचने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

1. हमेशा प्रमाणित ऐप्स का ही इस्तेमाल करें

भारत में सरकार द्वारा प्रमाणित हेल्थ ऐप्स जैसे कि Arogya Setu, Practo, 1mg, Apollo 24|7 जैसे प्लेटफार्म का ही उपयोग करें।

2. प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर विश्वसनीयता जांचें

  • ऐप्स को डाउनलोड करने से पहले उनके डेवलपर की पूरी जानकारी लें।
  • गूगल प्ले प्रोटेक्ट का उपयोग करें, जिससे फेक ऐप्स से बचा जा सके।

3. डेटा एक्सेस और परमिशन को सीमित करें

  • ऐप्स को केवल उतनी ही परमिशन दें, जितनी जरूरी हो।
  • बैकग्राउंड डेटा एक्सेस को ऑफ रखें, जिससे आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहे।

4. किसी भी हेल्थ ऐप पर पूरी तरह निर्भर न रहें

  • ऐप्स को केवल प्राथमिक हेल्थ मॉनिटरिंग के लिए इस्तेमाल करें, लेकिन कोई भी गंभीर मेडिकल निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

5. साइबर सिक्योरिटी और एंटीवायरस का इस्तेमाल करें

  • हमेशा फोन में एंटीवायरस और सिक्योरिटी ऐप्स का इस्तेमाल करें ताकि फेक ऐप्स से बचा जा सके।

निष्कर्ष

हेल्थ ऐप्स हमारी सेहत को बेहतर बनाने के लिए बहुत उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन अगर वे फेक और अविश्वसनीय हों, तो यह हमारी सेहत और निजी जानकारी दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसलिए, कोई भी हेल्थ ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रमाणिकता जांचना बहुत जरूरी है। सही जानकारी और सतर्कता से ही हम फेक हेल्थ ऐप्स से बच सकते हैं और अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं।

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Author: Amresh Mishra
I’m a dedicated MCA graduate with a deep-seated interest in economics. My passion is deciphering intricate financial concepts and empowering individuals to make informed financial choices. Drawing on my technical background and profound grasp of economic principles, I aim to simplify complex topics like Insurance and Loans, providing the knowledge needed to navigate today’s economic terrain.

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