खिंचाव या धक्का को बल(Force) कहा जाता है l इसे F से सूचित किया जाता है. बल किसी वस्तु को एक जगह से दूसरे जगह लाती है तथा जो वस्तु विराम अवस्था में रहता है उसे गतिमान अवस्था में लाती है.
आज हम इस लेख में बल किसे कहते हैं(Bal kise kahte hai)? बल के कितने प्रकार होते हैं(bal ke kitne prakar hote hain)? बल का S.I मात्रक क्या होता है(Bal ka SI matrak kya hota hai)? इत्यादि हम इस प्रश्न का उत्तर देने की कोशिश करेंगे.
बल किसे कहा जाता है?(What is force?)
खिंचाव या धक्का को बल(Force) कहा जाता हैl बल को (F) से सूचित किया जाता हैl बल का SI मात्रक न्यूटन(N) होता है तथा बल का सीजीएस मात्रक डायन(dyne) होता है.
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1N=1000000d
बल वैसी भौतिक राशि है जो किसी भौतिक अवस्था को बदल दे उसे बल(Force) कहा जाता हैl हम कह सकते हैं कि बल किसी गतिमान वस्तु को रोक सकता है तथा बल किसी वस्तु को गति मे ला सकता है.
बल किसे कहते हैं? [Video]
बल का सूत्र क्या होता है?(What is the Formula of FORCE?)
बल = द्रव्यमान × त्वरण
OR
F= m×a, जहां
F= force ( बल)
m= mass ( द्रव्यमान)
a= acceleration( त्वरण)
बल के कितने प्रकार होते हैं?(Bal ke kitne tarah ka hota hai)
बल विभिन्न प्रकार के होते हैं. यहां हम बल के छह प्रकार को Explain करने की कोशिश करेंगे.
- विद्युत बल(Electric force)
- घर्षण बल(Friction force)
- गुरुत्वाकर्षण बल(Gravitational force)
- चुंबकीय बल(Magnetic force)
- अभिकेंद्रीय बल
अब हम बल के सभी प्रकार को विस्तार में बताने की कोशिश करते हैं.
विद्युत बल किसे कहा जाता है?(What is Electric force?)
दो सजातीय आवेश एक दूसरे को प्रतिकर्षण करता है तथा दो विजातीय आवेश एक दूसरे को आकर्षित करता है और इसी दोनों के बीच जो बल कार्य करता है, उसे विद्युत बल कहा जाता है.
विद्युत बल के कितने प्रकार होते हैं?
विद्युत बल के दो प्रकार होते हैं:-
- धनात्मक विद्युत आवेश(Positive electric charge)
- ऋणत्मक विद्युत आवेश(Negative electric charge)
धनात्मक विद्युत आवेश(Positive electric charge) किसे कहा जाता है?
यदि दो आवेशों धनात्मक हो तो यह दोनों आवेशों के बीच एक प्रतिकर्षण बल मौजूद रहता है, जिसे धनात्मक विद्युत आवेश कहा जाता है.
ऋणत्मक विद्युत आवेश(Negative electric charge) किसे कहा जाता है?
यदि दो आवेश Negative हो तो यह दोनों आवेश एक दूसरे को Repel करेंगे. यदि एक धनात्मक आवेश तथा एक ऋण आत्मक आवेश संपर्क में आते हैं तो दोनों आवेशों के बीच आकर्षण बल उत्पन्न होता है. जिससे दोनों आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं.
घर्षण बल किसे कहा जाता है? (What is Frictional Force?)
जब दो पिंड एक दूसरे के परस्पर संपर्क में आते हैं, तो एक वस्तु दूसरे वस्तु पर गति करता है और इस दो पिंड के तलो के बीच एक बल कार्य करता है, जिसे घर्षण बल (Frictional Force) कहा जाता है.घर्षण बल वस्तुओं के गति का विरोध करता है.
आइए घर्षण बल को एक उदाहरण द्वारा समझते हैं. (Understand Frictional force with suitable examples)
मान लीजिए एक मेज पर कोई एक वस्तु रखी हुई है यदि हम उस वस्तु को किसी वेग से धक्का दे तो वह वस्तु कुछ दूर चलने के बाद रुक जाती है या विराम अवस्था में आ जाती है. तो यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि वस्तु कुछ दूर चलने पर रुकी क्यों (Why moving object stop)?
हम जानते हैं कि किसी वस्तु को रोकने के लिए उस पर एक बाह्य बल की आवश्यकता होती है. अतः इससे स्पष्ट होता है कि मेज और वस्तु तल के बीच बल कार्यरत है, जोकि इनकी गति का विरोध करता है. जिसे घर्षण(Frictional force) बल कहा जाता है.
घर्षण बल के नियम क्या क्या होते हैं?
घर्षण बल के निम्नलिखित नियम है:-
- घर्षण बल सदैव संपर्क में रखी वस्तु का विरोध करती है.
- जब दो वस्तु एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं, तो उनके बीच घर्षण बल कार्य करता है.
- घर्षण बल सदैव गतिमान वस्तु के विपरीत दिशा में आरोपित रहते हैं.
- घर्षण बल वस्तु की क्षेत्रफल पर निर्भर नहीं करते हैं.
घर्षण बल के कितने प्रकार होते हैं?(How many types of frictional force?)
घर्षण बल के दो प्रकार होते हैं:-
- गतिज घर्षण बल
- स्थैतिक घर्षण बल
गतिज घर्षण बल क्या है?
जब दो वस्तुओं के बीच परस्पर गति होती है तो इस वस्तुओं के बीच एक बल आरोपित होती है, जिसे गतिज घर्षण बल कहते हैं. इसे fk से सूचित किया जाता है.
स्थैतिक घर्षण बल क्या है?
जब दो वस्तुएं एक दूसरे के संपर्क में आते हैं तो उसमें कोई गति नहीं होती है अर्थात वह वस्तु विराम अवस्था में रहती हैं, जिसे हम स्थैतिक घर्षण बल कहते हैं. स्थैतिक घर्षण बल को fsसे सूचित किया जाता है.
गुरुत्वाकर्षण बल किसे कहा जाता है?(Gurutvakarshan bal kise kaha jata hai?)
जब दो कण एक दूसरे को अपनी और आकर्षित करते हैं, तो इस प्रकार के आकर्षण बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते हैं.
गुरुत्वाकर्षण बल का सूत्र (Formula of Gravitational Force)
Fg = Gm1m2/r2
G= सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण नियतांक
G=6.67×10-11न्यूटन मीटर/किलोग्राम
G=6.67×10-8 डायन सेंटीमीटर/ग्राम
न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण नियम(Law of Gravitational)
न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण नियम के अनुसार दो कण के मध्य लगने वाले आकर्षण बल कण के द्रव्यमानके गुणनफल के समानुपाती तथा उनके मध्य दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होते हैं.
माना कि दो द्रव्यमान के कण कर्मश m1 and m2 है तथा यह दोनों कण r दूरी पर स्थित है. यदि इन के मध्य गुरुत्वाकर्षण बल f हो, तो गुरुत्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियमानुसार,
F=m1m2/r2
चुंबकीय बल किसे कहा जाता है?(What is Magnetic Force?)
चुंबक के धुर्वे के बीच लगने वाले आकर्षण या प्रतिकर्षण बल को चुंबकीय बल कहा जाता है.
जैसे -लोहे की कांटी
एक धारावाहिक चालक जब उसे चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है. धारा आवेशित कणों का एक समूह है, जो गति में है. इस प्रकार प्रत्येक गतिमान आवेशित कण चुंबकीय क्षेत्र में एक बल का अनुभव करता है, जिसे लॉरेंस बल का नियम कहा जाता है.
चुंबकीय बल रेखाएं के गुण क्या क्या होते हैं?
- चुंबकीय बल रेखाएं एक दूसरे को नहीं काटती है.
- चुंबकीय बल रेखाएं एक बंद वक्र बनाती है.
- जब चुंबकीय बल रेखाएं पास पास होती है, तो चुंबकीय क्षेत्र प्रबल होती है.
- जब चुंबकीय बल रेखाएं दूर दूर होती है, तो चुंबकीय क्षेत्र दुर्बल होती है.
अभिकेंद्रीय बल किसे कहा जाता है?
जब कोई वस्तु किसी वृत्तीय पथ पर गति करती है तो उसके केंद्र पर एक बल कार्य करता है. इस प्रकार के बल को अभिकेंद्रीय बल कहा जाता है.
किसी वस्तु के द्रव्यमान तथा अभिकेंद्रीय त्वरण के गुणनफल को अभिकेंद्रीय बल कहा जाता है.
जैसे- गोल घुमाते हुए झूले पर बैठे व्यक्ति का बाहर गिर जाना
Force related FAQs
बल क्या है परिभाषा?
बल वह बाहरी कारक है, जो किसी वस्तु की प्रारंभिक अवस्था यानी विराम की अवस्था या एक सरल रेखा में एक एकसमान गति की अवस्था को परिवर्तित कर सकता है।
बल का सूत्र क्या होता है?
बल = द्रव्यमान × त्वरण
F = ma
बल की SI Unit का नाम क्या है?
बल की SI Unit न्यूटन (N) होता है।
Conclusion
आज इस लेख में हमने आपको बताया कि बल किसे कहते हैं? (What is Force?) बल के कितने प्रकार होते हैं?(How many types of Force?) बल का SI Unit क्या होता है?(What is the SI Unit of Force?)
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