कैफीन क्या है? इसके फायदे और नुकसान क्या है? पूरी जानकारी हिंदी में !

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कैफीन क्या है: कैफीन का इस्तेमाल आमतौर पर दिमागी सक्रियता को बढ़ाने के लिए किया जाता है. यह एक प्रकार का केमिकल है जो कॉफी, चाय आदि  उत्पादों में पाया जाता है. कैफ़ीन के बहुत सारे फायदे भी होते हैं. इसका इस्तेमाल  दर्द निवारक दवाओं में किया जाता है.

यह एक साइकोएक्टिव केमिकल है, जो सीधा दिमाग को टारगेट करके व्यवहार पर सीधा असर करता है. कैफीन का इस्तेमाल करने से फायदे तथा नुकसान भी होते हैं.

कैफ़ीन क्या है / Caffeine kya hai

अगर आप प्रतिदिन 173 मिलीग्राम कैफीन का उपयोग करते हैं तो यह एक सीमित मात्रा है. अगर आप नियमित रूप से कैफीन का इस्तेमाल करते हैं, तो कई हेल्थ बेनिफिट मिलते हैं. जैसे दिमाग संबंधी बीमारी, कैंसर की बीमारी होने की संभावना कम हो जाती है. लिवर की बीमारी को भी ठीक कर देता है.

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अगर कैफीन का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं तो आपके सेहत पर कई विपरीत असर भी कर सकते हैं. आज इस लेख में हम कैफीन क्या है? “Caffeine kya hai” कैफीन के क्या क्या फायदे हैं ? ” Caffeine ke kya fayde hai” कैफीन के क्या नुकसान है? “Caffeine ke kya nuksan hai” इत्यादि जैसे सभी प्रश्नो को विस्तार से जानेंग।

कैफीन के फायदे

कैफीन के निम्नलिखित फायदे जो आपको नीचे  बताया गया है.

त्वचा की देखभाल

अगर आप प्रत्येक दिन 5 या उससे ज्यादा कैफ़ीन को कॉफी के कप पीते हैं, तो कैंसर जैसी होने वाली बीमारियां 20% कम हो जाती है.

 गठिया का  रोकथाम

 प्रत्येक दिन चार कप कॉफी पीने से  पुरुषों में 40% तथा महिलाओं में 57% घटिया होने की आशंका कम हो जाती है.

 लीवर की सुरक्षा

कैफीन का इस्तेमाल करने से 84% तक लिवर खराब होने की स्थिति को कम कर देता है. लीवर की बीमारियां बहुत ही दिन में होती है. इसकी इलाज की प्रक्रिया में  तेजी लाती है.असामयिक मृत्यु के खतरे को कम कर देता है.

लंबा जीवन

कैफ़ीन का सेवन करने से  महिलाओं में अचानक मृत्यु होने की आशंका 30% तक कम हो जाती है. वहीं पुरुषों  डायबिटीज से ग्रस्त में भी मृत्यु का खतरा कम हो जाता है.

आँतों सुरक्षा

3 हफ्ते तक 3 कैफ़ीन पीने से बैक्टीरिया का स्तर बढ़ता है, आँतों की स्वास्थ्य में सुधार आ जाता है.

कैफीन का सेवन करने से सबसे महत्वपूर्ण फायदे:

 कैफीन का उपयोग करने से किसी के ध्यान और सतर्कता का स्तर बदल जाता है. 36 प्रतिभागियों पर किए गए अध्ययन में पाया गया कैफीन की मात्रा का हिसाब.

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जब प्रतिभागियों  को को कैफीन पिलाई गई जो पहले कभी भी कैफे नहीं पिए थे. उनके दिमाग  के कार्यों में अधिक वृद्धि हुई. इससे यह पता चलता है कि कैफीन का उपयोग करने से एकाग्रता को बढ़ावा मिलता है.

कैफीन का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?

 शरीर बढ़ाने के लिए

यह प्राकृतिक तौर पर लगभग प्रकार के  पेड़ पौधों से मिलाकर बनाया जाता है. उन पौधों में चाय पत्ती केक का बीच कॉफी बींस तथा  कोला नॉट बीच शामिल है. कॉफी एक उत्तेजक पदार्थ है कैफीन जिसे  कहा जाता है.

इसका इस्तेमाल करने से थकान मिटाने के साथ एकाग्र करने में भी मदद मिलती है. इसका इस्तेमाल कई प्रकार के दवाइयों में भी किया जाता है जैसे एलर्जी दर्द निवारक दवा सर्दी आदि में आप  कैप्सूल का इस्तेमाल कर सकते हैं.

आप चाहे तो सॉफ्ट ड्रिंक, खास एनर्जी, ड्रिंक, चॉकलेट के रूप तथा चाय मैं भी कर सकते हैं.  आप डॉक्टर से संपर्क करके कैफीन के फायदे के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

कैफीन का इस्तेमाल इंजेक्शन के रूप में भी मिलता है.

इसका इस्तेमाल शार्ट टर्म ट्रीटमेंट  के लिए किया जाता है जैसे नवजात को एप्टेनिया  यानी सांस लेने में तकलीफ.

कैफीन कैसे लेना चाहिए?

कैप्सूल का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए अगर आप बिना डॉक्टर से सलाह लिए कैफीन का इस्तेमाल करते हैं तो उसके बोतल के लेवल पर दी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ें.

उसमें डोज की मात्रा तथा किस तरह से इस्तेमाल किया जाता है. आप चाहे तो खाने के साथ या बिना खाने के साथ ले सकते हैं अगर कैफीन लेने के साथ आपका पेट खराब हो जाता है तो अच्छा होगा कि आप खाने के साथ इसका इस्तेमाल करें

 ध्यान दें : इस्तेमाल करने से पहले आप अपने आसपास के डॉक्टरों से परामर्श जरूर ले ले.

कैफीन को स्टोर कैसे करें? कैफीन क्या है?

कैफ़ीन क्या है: कैफीन को स्टोर रखने के लिए और रोशनी तथा नमी से दूर टेंपरेचर वाले रूम में रखना ज्यादा बेहतर होगा. भूल से भी इसे फ्रिजिया बाथरूम में ना रखें क्योंकि बाजार में अलग-अलग ब्रांड के क्या फिर मिलते हैं जिनको अलग तरीके के तापमान में स्टोर करने की जरूरत होती है.

जब भी आप प्रोडक्ट पैकेज खरीदे हैं, तो उस पर दिया गया निर्देश को ध्यान पूर्वक जांच करें या मेडिकल वालों से जानकारी प्राप्त करें. कैफीन को टॉयलेट फ्लश ना करें. इसे जानवरों तथा बच्चों की दवाइयों से दूर रखें. इसका इस्तेमाल करके उचित जगहों पर फेंके.

 कैफीन में पाए जाने वाले तत्व

 क्या कैफीन  कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट  पाए जाते हैं, तथा कॉफी में कुछ न्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं.

  •  बिटामिन B 3 नियासिन डी वी का 2%
  • विटामिन B 1 थाइमिन डी वी का 2%
  • विटामिन B 2 रिबॉडेलवीन डी वी का 11%
  • विटामिन B 5 पेंटोथेनिन डी वी का 6%
  • फोलेट डी वी का 1%
  • मैग्नीशियम डी वी का 2%
  •  फास्फोरस डी वी का 1%
  •  पोटेशियम डी वी का 3%

देखा जाए तो यह नंबर ज्यादा नहीं है, लेकिन फिर भी इसका इस्तेमाल अधिकतर करने से समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

कैफीन के फायदे

 मेमोरी को साफ  करने में [कैफ़ीन क्या है]

कॉफी में पॉलीफेनॉल एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, और यह विभिन्न मार्गों पर काम करती है. यह मेमोरी को तेज बनाने में मदद करती है. मस्तिष्क में कॉफी एडोनेसाइन रिसेप्टर्स प्रभावित करते हैं.

 डिप्रेशन से लड़ना

डिप्रेशन बहुत आम बात है, क्योंकि अमेरिका में लगभग चार अनुपात 1% लोग वर्तमान मैं डिप्रेशन के नॉर्म्स   को पूरा करते हैं.

वजन कम करने में

कॉफी का सेवन सही मात्रा में इस्तेमाल करने से फैट बर्न के लिए बहुत मददगार होता है. आपके शरीर के एनर्जी का उपयोग मेटाबॉलिज्म को सुधारने में लगा देता है. इससे आपका वजन बढ़ने से रोका जा सकता है.

 मोड को सुधार करना

 एक बात सामने आई है कि कैफीन युक्त कॉफी का सेवन करने वाले लोगों में आत्महत्या की दर कम आई थी.

अगर आप रोजाना 200 से 250 मिलीग्राम कैफीन का सेवन करते हैं, तो आपके मूड में विशिष्ट समय तक सुधारना सकता है.

अल्जाइमर तथा डिमेंशिया के रोग का खतरा कम होना

बुजुर्गों के जीवन में  डिमेंशिया तथा अल्जाइमर की परेशानियां काफी ज्यादा आती है. अगर प्रत्येक दिन 3 से 5 कप कॉफी  पीते हैं, तो उसके परेशानियां 65% तक कम हो  सकती हैं. एक  एनालिसिस पता चला है कि कॉफी ब्रेन फंक्शन पर सकारात्मक असर डालता है. कैफीन युक्त कॉफी का उपयोग करने से अल्जाइमर तथा डिमेंशिया की परेशानियां बहुत कम हो जाती है. कॉफी युक्त चाय पीने से डिमेंशिया या अल्जाइमर के जोखिम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता.

एक्सरसाइज करने के लिए एक्टिव बनाना [कैफ़ीन क्या है]

एक्सरसाइज करते समय कॉफी को इंधन की तरह इस्तेमाल किया जाता है. यह मांसपेशियों में संग्रहित ग्लूकोस को लंबे समय तक बनाए रखता है. जिससे मांस पेशियों को थकावट पहुंचाने में समय लगता है. संकुचन सुधार करने में  कैफ़ीन मांसपेशियां  मैं काफी मदद मिलती है.

कैफीन का सावधानियां तथा चेतावनी

कैफीन का इस्तेमाल करने से पहले आपको उसके बारे में फायदे और नुकसान पता होना चाहिए. कैफीन फायदा के साथ-साथ नुकसान भी पहुंच जाता है. इसलिए कैफीन इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर से परामर्श जरूर लेनी चाहिए.

  • अगर आपको कैफीन या उस में पाए जाने वाले किसी भी तत्वों से एलर्जी की समस्या हो
  •  क्या आप प्रेग्नेंट हो या होने के बारे में सोच रहे हैं अथवा ब्रेस्ट फीडिंग करा रहे हैं.
  • आपको चिंता, घबराहट, अनिंद्र, हृदय रोग तो नहीं है.
  •  कोई भी दवा सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरुर पूछ लेना चाहिए.
  • कैफीन का इस्तेमाल करने से पीरियोडिक लिंब मूवमेंट डिसऑर्डर होने का खतरा भी हो सकता है.
  • पीरियोडिक  लिंब मूवमेंट डिसऑर्डर  से परेशान व्यक्ति कैफीन का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.

कैफीन के साइड इफेक्ट क्या है?

आपको कैफीन के फायदे के बारे में बताया आप जानते हैं कैफीन के  नकारात्मक प्रभाव क्या है. अगर आपको कैफ़ीन सेवन करने से एलर्जी हो जाए तो तुरंत इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर पर फोन करें.

  • सीने में जलन
  •  दस्त
  •  उल्टी
  •  छाती में दर्द
  •  हॉट पिक
  •  सांस लेने में तकलीफ
  •  नींद नहीं आना
  •  घबराहट या चिंता
  •  चिड़चिड़ापन
  • सिर दर्द
  •  मितली

हमने आपको साइड इफेक्ट की पूरी लिस्ट नहीं बताई है लेकिन ध्यान रखें कैफीन के फायदे के साथ-साथ साइड इफेक्ट के बारे में आप अपने डॉक्टर से बात कर सकते हैं

हाल के दिनों में ही 17 शोध जिनमें करीब 235000 617 लोग शामिल थे इससे पता चला है कि यदि कोई रोजाना तीन से चार कॉफी का सेवन करते हैं तो महिलाओं को छोड़कर पुरुषों को हार्ड अटैक की संभावना बढ़ जाती है.

लेकिन यह साइड इफेक्ट हर किसी में नहीं दिखाई देता है यह दूसरे प्रकार के भी हो सकते हैं इसलिए अगर आपके मन में कोई साइड इफेक्ट  की चिंता है तो आप डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं.

क्या गर्भावस्था या  स्तनपान के दौरान कैफीन लेना सुरक्षित है?

इसके बारे में अभी तक पर्याप्त अध्ययन नहीं हुआ है, की गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान कॉफी का सेवन करना किस प्रकार से फायदे और जोखिम है. महिलाओं को कैफीन के फायदे और नुकसान समझना चाहिए.

अगर आपके फ्रेंड का सेवन कर रहे हैं, तो सेवन करने से पहले डॉक्टर से उसके फायदे और नुकसान के बारे में जरूर जानकारी ले ले.

क्या कैफीन मासिक धर्म पर भी असर पड़ता है?

यूनिवर्सिटी ऑफ बफैलो के डिपार्टमेंट ऑफ एक्सरसाइज एंड न्यूट्रिशन साइंसेज एसोसिएट प्रोफेसर जेनिफर टेंपल ने कहा की शोध के जरिए हम कैफिन के भौतिक परिणामों को देख रहे थे. मासिक धर्म के दौरान हार्मोन में बदलाव देखने को मिला.

टेंपल के अनुसार मासिक धर्म में लड़कियां के हार्ड रेट में कमी आती है. वहीं पर ब्लड प्रेशर बढ़ जाती है. यह तमाम रिजल्ट वयस्क किशोरी ओं में देखने को मिलता है.

हम आशा करते हैं कि कैफीन पर लिखा गया आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा. सब कुछ देखते हुए यही पता चलता है कि किशोरियों में कैफीन का असर देखने को मिलता है.

 क्या लड़कों तथा लड़कियों में भी इसका असर देखने को मिलता है?

डोज रिस्पांस स्टडी रिसर्च ने इस बात का पता लगाया कि 15 से 17 साल के 54 लड़के और 47 लड़कियों पर शोध किया गया. जिनमें 9 साल के 52 बच्चे भी थे.

कैफीन का दो डोज देने के बाद बच्चों के हार्ड रेट और ब्लड प्रेशर की जांच करने के दौरान लड़कों में लड़कियों की तुलना में काफी अलग रिस्पांस महसूस किया. कैफीन का असर किशोरावस्था से ज्यादा बच्चों में देखने को मिला.

क्या कैफीन पुरुष तथा महिलाओं पर भी असर डालता है?

 कैफे बच्चों व किशोरावस्था की तुलना में युवाओं में काफी कम असर करता है. पब्लिक हेल्थ एंड हेल्थ प्रोफेशन के बफेलो स्कूल की यूनिवर्सिटी के द्वारा किए गए शोध  युवावस्था के बाद पुरुषों तथा महिलाओं में कैफीन के कारण अलग-अलग बदलाव देखने को मिला.

हम सभी जानते हैं कि कैफीन बच्चों किशोरों तथा युवाओं में ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है तथा हार्ट रेट को कम करता है. रिसर्च इस बात की जानकारी जुटाने में लगे हैं 

शरीर में स्ट्रैंथ को बढ़ाएं.

कैफीन का इस्तेमाल 16 प्रशिक्षित युवा पुरुषों पर किया गया अध्ययन से यह पता चला है कि सही मात्रा में सेवन करने से उनके ऊपर निकले शरीर की मांसपेशियों की ताकत में सुधार आता है.

शरीर में थकान कम होता है तथा शारीरिक शक्ति बढ़ती है. कैफीन का इस्तेमाल करने से आपको रनिंग स्प्रिंट, स्विमिंग स्प्रिंट, जंपिंग तथा एक्सरसाइज करने में काफी मदद मिलती है.

कैफीन युक्त पदार्थ .

कैफीन प्राकृतिक रूप से पेड़ पौधों से पत्तियों से बनाया जाता है.  इसके प्राकृतिक क्रोध को काटा जाता है उसके बाद कैफीन युक्त आहार बनाने के लिए इसे प्रोसेस किया जाता है.

डीकैफीनेटेड कॉफी – 3-12 mg

चॉकलेट मिल्क = 2-7 mg

चाय = 40-120 mg

सॉफ्ट ड्रिंक = 20-40 mg 

एनर्जी ड्रिंक = 50-160 mg

एस्प्रेसो = 240-270 mg

कुछ आहार में भी कैफीन पाया जाता है. जैसे 28 ग्राम चॉकलेट मिल्क में 1 से 15 एमजी कैफीन पाया जाता है.

बच्चे  के लिए कैफीन का खुराक .

बच्चों के लिए खुराक निम्मलिखित है। 

मेंटेनेंस डोज 

बच्चों को मेंटेनेंस डोज 10 mg /kg प्रतिदिन से ज्यादा खुराक हो सकती है। 

लोडिंग डोज 

लोडिंग डोज चार घंटों के अंदर दो मिलीलीटर / किलोग्राम नसों में दिया जाता है। अगर दूसरी लोडिंग खुराक के बाद भी कोई रिएक्शन नहीं है तो ब्लड कैफीन के डोज को मापा जाना चाहिए। 

उपचार तबतक जारी रखना है जब तक बच्चा 37 सप्ताह के गर्वकालीन  आयु तक न पहुंच जाये। इसका इस्तेमाल  करने से बच्चौं में जो एपनिया से बचा जा सकता है। 

conclusion 

आज हमने इस लेख में कैफीन के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से बताया है। यहाँ हमने आपको कैफीन क्या है? “Caffeine kya hai” कैफीन के क्या क्या फायदे हैं ? ” Caffeine ke kya fayde hai” कैफीन के क्या नुकसान है? “Caffeine ke kya nuksan hai” इत्यादि जैसे सभी प्रश्नो को विस्तार से बताया।उम्मीद करता हूँ की यह लेख आपको जयादा पसंद आयेगा। 

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